विजया कपूर द्वारा लिखित ये लघु उपन्यास "कचरा बीनने वाला (एक प्रेम कथा)" आपको एक ऐसी दुनिया में ले जाएगा जिसके बारे में आपने शायद कभी कल्पना तक नहीं की होगी!
Three years into an arranged marriage, she found herself yearning for that elusive conjugal bliss, the ultimate joy for wedded hearts. She began to suspect her husband's affections lay elsewhere, but it wasn't infidelity; he was affectionate but kept his distance............
विजया कपूर अली और लिंडा को इस कहानी में इस ढंग से चित्रित करती हैं के हम महसूस करने लगते हैं के वो कहानी के पात्र नहीं हमारे सामने खड़े जीवित व्यक्ति हैं। हमें पता चलता है कि वे क्या आशा करते हैं, वे क्या सपने देखते हैं और क्या चीज़ उन्हें असुरक्षित बनाती है। हम उनकी ख़ुशी का जश्न मनाते हैं, उनके संघर्षों को महसूस करते हैं और उनकी सफलताओं पर खुद भी खुश होते हैं।